अन्ना हजारे ने शनिवार को कहा कि मजबूत लोकपाल की मांग को लेकर इस महीने के अंत में दिल्ली के रामलीला मैदान पर प्रस्तावित विरोध प्रदर्शन के लिए अगर उन्हें अनुमति नहीं मिलती है तो वे जेल में अनिश्चितकालीन अनशन करेंगे।
हजारे ने कहा कि मैं मैं जेल में अनशन करूंगा। कौन मुझे जेल में अनशन करने से रोक सकता है? कोई भी जेल में मुझे नहीं रोक सकता। उनसे सवाल किया था कि संसद के शीतकालीन सत्र में मजबूत लोकपाल विधेयक पारित नहीं होने की स्थिति में 27 दिसंबर से प्रस्तावित अनशन के लिए अगर पुलिस ने उन्हें अनुमति नहीं दी तो वे क्या करेंगे।
हजारे पक्ष ने रामलीला मैदान पर 27 दिसंबर से पांच जनवरी के बीच अनशन करने के लिए दिल्ली पुलिस से अनुमति मांगी है। हजारे ने कहा कि अगस्त में जब सरकार ने उन्हें राष्ट्रीय राजधानी में विरोध प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी थी तब उन्होंने तिहाड़ जेल में अनशन किया था।
उन्होंने आरोप लगाया कि तय वही था जो उन्होंने (सरकार ने) बाबा रामदेव के साथ किया था। वे मुझे जेल से रिहा होने के बाद हवाई अड्डा ले जाना चाहते थे। दिल्ली हवाई अड्डे पर वायुसेना का एक विमान तैयार था। वे मुझे तब पुणे ले आए होते।
हजारे ने कहा कि सरकार की योजना तब विफल हो गई जब उन्होंने विरोध प्रदर्शन के लिए किसी स्थान की अनुमति मिलने तक जेल से बाहर आने से इनकार कर दिया। इस सवाल पर कि क्या वे सरकार पर दबाव डाल रहे हैं, गांधीवादी कार्यकर्ता ने कहा कि विरोध प्रदर्शन सरकार या कांग्रेस के खिलाफ नहीं है। उन्होंने कहा कि यह राहुल गांधी या प्रधानमंत्री के खिलाफ भी नहीं है।
अन्ना हजारे ने शुक्रवार को कहा था कि लोकपाल के दायरे में ग्रुप-सी के कर्मचारियों को शामिल नहीं करने के संसद की स्थायी समिति के फैसले को पलट देने के लिए हो सकता है कि राहुल गांधी ने हस्तक्षेप किया हो।






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