राजधानी के फिरोजशाह कोटला मैदान में भारत और वेस्टइंडीज के बीच रविवार से शुरू हो रहे पहले क्रिकेट टेस्ट में सभी की निगाहें कोटला की पिच पर लगी रहेंगी।
फिरोजशाह कोटला में गत 17 अक्टूबर को भारत और इंग्लैंड के बीच दूसरे वनडे का आयोजन हुआ था जिसमें भारतीय टीम ने युवा बल्लेबाज विराट कोहली के नाबाद शतक और गौतम गंभीर के 84 रन की पारी के बदौलत आठ विकेट से आसान जीत हासिल की थी।
कोटला पर दिसंबर 2009 में पिच के खतरनाक होने के कारण एक वर्ष का प्रतिबंध लग गया था। उस समय भारत और श्रीलंका के बीच वनडे मैच खतरनाक पिच के कारण रद्द कर दिया गया था। कोटला ने निलंबन हटने के बाद पांच वनडे मैचों का आयोजन किया है, लेकिन उसके बाद टेस्ट मैच का आयोजन पहली बार होने जा रहा है।
इस मैदान पर आखिरी टेस्ट अक्टूबर-नवंबर 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला गया था। तब वह मैच ड्रा रहा था। उसके तीन वर्ष बाद जाकर कोटला टेस्ट मैच की मेजबानी कर रहा है।
इस मैच के दौरान पिच को लेकर दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के अधिकारियों की धड़कनें तेज रहेंगी। एकदिवसीय मैचों में तो पिच की व्यवहार काफी अच्छा रहा है लेकिन टेस्ट मैच के पांचों दिनों कोटला की पिच का व्यवहार कैसा रहता है यह देखना दिलचस्प होगा।
फिरोजशाह कोटला में गत 17 अक्टूबर को भारत और इंग्लैंड के बीच दूसरे वनडे का आयोजन हुआ था जिसमें भारतीय टीम ने युवा बल्लेबाज विराट कोहली के नाबाद शतक और गौतम गंभीर के 84 रन की पारी के बदौलत आठ विकेट से आसान जीत हासिल की थी।
कोटला पर दिसंबर 2009 में पिच के खतरनाक होने के कारण एक वर्ष का प्रतिबंध लग गया था। उस समय भारत और श्रीलंका के बीच वनडे मैच खतरनाक पिच के कारण रद्द कर दिया गया था। कोटला ने निलंबन हटने के बाद पांच वनडे मैचों का आयोजन किया है, लेकिन उसके बाद टेस्ट मैच का आयोजन पहली बार होने जा रहा है।
इस मैदान पर आखिरी टेस्ट अक्टूबर-नवंबर 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला गया था। तब वह मैच ड्रा रहा था। उसके तीन वर्ष बाद जाकर कोटला टेस्ट मैच की मेजबानी कर रहा है।
इस मैच के दौरान पिच को लेकर दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के अधिकारियों की धड़कनें तेज रहेंगी। एकदिवसीय मैचों में तो पिच की व्यवहार काफी अच्छा रहा है लेकिन टेस्ट मैच के पांचों दिनों कोटला की पिच का व्यवहार कैसा रहता है यह देखना दिलचस्प होगा।
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