मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर के 100वें अंतरराष्ट्रीय शतक का सभी को बेसब्री से इंतजार है और अंक गणना के आधार पर देखा जाए तो कोटला टेस्ट में उनके महाशतक का योग बन रहा है।
कोलकाता के क्रिकेट पंडित श्रीकांत पोद्दार ने इस गणना के बारे में बताया कि भारत ने जब पहली बार 1911 में विदेशी दौरा किया था तो उसके अब 100 वर्ष पूरे हो रहे हैं। हालांकि यह आधिकारिक दौरा नहीं था। भारत के आधिकारिक तौर पर क्रिकेट खेलने की शुरआत 1932 में हुई थी।
पोद्दार ने कहा कि सचिन के तीनों तरह की क्रिकेट में इस समय 33086 रन हैं, जिनका कुल योग 20 बनता है। सचिन तीनों फॉर्मेट में अब तक 668 बार आउट हुए हैं और इसका योग भी 20 बनता है। उन्होंने बताया कि तीनों प्रारूप में सचिन का औसत 49.52 है और इन चारों अंकों को जोडने पर भी 20 आता है।
पोद्दार ने कहा कि अंग्रेजी में महाशतक को 'टन ऑफ टन्स' कहा जाता है और अंग्रेजी वर्णमाला में 'टी' अक्
कोलकाता के क्रिकेट पंडित श्रीकांत पोद्दार ने इस गणना के बारे में बताया कि भारत ने जब पहली बार 1911 में विदेशी दौरा किया था तो उसके अब 100 वर्ष पूरे हो रहे हैं। हालांकि यह आधिकारिक दौरा नहीं था। भारत के आधिकारिक तौर पर क्रिकेट खेलने की शुरआत 1932 में हुई थी।
पोद्दार ने कहा कि सचिन के तीनों तरह की क्रिकेट में इस समय 33086 रन हैं, जिनका कुल योग 20 बनता है। सचिन तीनों फॉर्मेट में अब तक 668 बार आउट हुए हैं और इसका योग भी 20 बनता है। उन्होंने बताया कि तीनों प्रारूप में सचिन का औसत 49.52 है और इन चारों अंकों को जोडने पर भी 20 आता है।
पोद्दार ने कहा कि अंग्रेजी में महाशतक को 'टन ऑफ टन्स' कहा जाता है और अंग्रेजी वर्णमाला में 'टी' अक्






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